यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन एडवाइजरी ग्रुप ने बताया की कुछ युवा या किशोर जिन्होंने वैक्सीन ले ली है उनके दिल में सूजन की शिकायत हो रही है। ऐसे में हम इस दुर्लभ परिस्थिति का अध्ययन कर रहे है। CDC की सलाहकार समिति ने टीकाकरण प्रथाओं पर 17 मई को बयान देते हुए कहा की हमने उन रिपोर्ट्स पर गौर किया है की कुछ युवाओं और किशोरों में वैक्सीन लगाने के बाद मायोकार्डिटिस विकसित होता हुआ पाया गया है। मायोकार्डिटिस एक तरह से दिल की मांसपेशियों में होने वाली सूजन है। 

CDC की सलाहकार समिति ने बताया की हमे जितनी अपेक्षा थी की आबादी से इस मामले के मिलने की उतने अधिक मामले नहीं मिले है लेकिन फिर भी हम इसकी निगरानी कर रहे है। जोन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी के वरिष्ठ विद्वान डॉक्टर अमेश अदलजा ने बताया कि टीके के वजह से मायोकार्डिटिस का होना सही है या गलत इसका अध्ययन करना बेहद जरूरी है। हमे इसपर निहगरानी रखनी होगी कि क्या टीके के वजह से ही मायोकार्डिटिस हो रहा है या नहीं, और इसका टीके से क्या सम्बन्ध है ?

उन्होंने आगे बताया कि हमे इसके जोखिम और लाभ के क्या अनुपात आ रहे है इसपर ध्यान देना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा टीके बहुत ही लाभकारी होने वाले है और यह मामला बेहद काम है। CDC ने बताया की इस तरह के मामले अमूमन mRNA टीके लगने के चार दिन बाद ही इसकी शिकायत आती है। लेकिन अभी तक यह पुख्ता नहीं पता की कौन से टीके से यह हो रहा है। मोडर्न इंक और फ़ाइज़र / बायोएनटेक ये दोनों टीके mRNA की टीके है जिसको अमेरिका ने आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है।

अप्रैल में इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था की हम फ़ाइज़र का टीके लेने वाले लोगों में दिल की सूजन होने के मामले की जांच अभी कर रहे है लेकिन अब तक इसका कोई निष्कर्ष नहीं मिला है। मंत्रालय ने आगे बताया है आमतौर पर दिल में सूजन होने का मामला अधिकतम 30 साल के उम्र वालो में देखने को मिल रहा है। फ़ाइज़र ने उस समय बयान देते हुए कहा था कि समान्य आबादी कि तुलना में स्थिति कि उच्च दर नहीं है और टीके के लिए एक कारण लिंक अब तक स्थापित नहीं हो पाया है।

 

 

 

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