हर दिन देश और दुनिया के वैज्ञानिक नई नई शोध करने में जुटे होते हैं। तेजी से बढ़ते दुनिया को बदलने में वैज्ञानिकों का एक अहम रोल होता है। इसी बीच स्पेन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा कारनामा किया है जो दुनिया का पहला ऐसा कारनामा कहा जाए तो गलत नहीं है। दुनिया का पहला डिजाइनर भ्रूण वैज्ञानिकों ने तैयार कर लिया है।
चीन में तैयार हुआ डिजाइनर भ्रूण
चीन की लैब में स्पेन के वैज्ञानिकों ने पहली बार इंसान और बंदरों के जेनेटिक मैटेरियल को मिलाकर डिजाइनर भ्रूण तैयार कर लिया है। इस हाइब्रिड भ्रूण को तैयार करने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि इसमें बंदरों और इंसानों की खूबियां शामिल होंगी। चीन में इसका प्रयोग कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए किया गया है।
14 दिन बाद इस डिजाइनर भ्रूण को कर दिया खत्म
14 दिन तक विकसित करने के बाद इस भ्रूण पर रोक लगा दी गई। यह कदम इंसानों में जानवरों के अंगों को ट्रांसप्लांट करने के लिए बेहद आवश्यक माना जा रहा है। इससे पहले स्पेनी शोधकर्ता जुआन कार्लोस ने जेनेटिकली मोडिफाइड बंदर में एक ऐसा जीन डीएक्टिवेट किया था जो अंगों को विकसित करने का काम करता था।
इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद इस भ्रूण को इंसान की स्टेम सेल कोशिकाओं में मिला दिया गया और इसका नतीजा यह हुआ कि अब किसी भी तरह की उत्तको के निर्माण के लिए सक्षम बन गया। हालांकि जुआन कार्लोस और शोधकर्ताओं की टीम ने यह रिसर्च किसी भी पत्रिका में प्रकाशित नहीं कराए थे।
लाल लाइन दिखने के बाद कर दिया खत्म
एक वेबसाइट के मुताबिक हाइब्रिड भ्रूण को तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने दो जेनेटिक मैटेरियल को मिलाया था। भ्रूण तैयार होने के 14 दिन के बाद ही उसे खत्म कर दिया गया। 14 दिन के तैयार भ्रूण में लाल रंग की लाइनें देखी जा रही थी जो स्पष्ट करती थी कि भविष्य में सेंट्रल नर्वस सिस्टम विकसित नहीं हो सकता लेकिन वैज्ञानिकों ने मॉडिफाइड तैयार करने की सफलता को हासिल कर लिया था। जुआन कार्लोस उसने पहली बार 2017 में इंसान और सूअर के जेनेटिक मैटेरियल को मिलाकर भी एक बार और तैयार किया था लेकिन जुआन कार्लोस का यह प्रयोग सफल नहीं हो पाया था।