आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनको फेफड़ो का कैंसर (LUNG CANCER) होने का खतरा ज्यादा होता है। लेकिन बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो धूम्रपान नहीं करते हैं और उन्हें भी फेफड़ों का कैंसर (LUNG CANCER) हो जाता है। इन लोगों को फेफड़ों का कैंसर (LUNG CANCER) क्यों होता है जो धूम्रपान नहीं करते इस पर अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की है।
प्राकृतिक तौर पर जन्म ले लेता है LUNG CANCER
अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा किए गए रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक धूम्रपान नहीं करने वाले व्यक्तियों में प्राकृतिक तौर पर कैंसर (LUNG CANCER) जन्म ले लेता है। इस पूरी प्रक्रिया को समझने के लिए अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट 232 लोगों पर अपनी रिसर्च की जो कैंसर से पीड़ित थे और वे कभी धूम्रपान नहीं किए थे।
यह भी पढ़े: कोरोना वैक्सीन के बाद शरीर में प्लेटलेट्स हो जाते है कम ? नई स्टडी में से हुआ चौंकाने वाला खुलासा।
जांच में मिला नए प्रकार का LUNG CANCER
इन सभी 232 मरीजों के कैंसर वाले ट्यूमर से सैंपल निकाला गया और उसकी जिनोम सीक्वेंसिंग की गई। जिनोम सीक्वेंसिंग के बाद जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि आप फेफड़ों का कैंसर (LUNG CANCER) एक नए प्रकार का है जो शरीर में अपने आप विकसित हो जाता है।
DNA में गड़बड़ी भी हो सकता है वजह
वैज्ञानिकों के मुताबिक अपने आप कैंसर (LUNG CANCER) पनपने की वजह म्यूटेशनल सिग्नेचर यानी डीएनए में किसी तरह की गड़बड़ी होने की वजह से होता है या मरीज किसी कैंसर फैलाने वाले तत्व के संपर्क में आ जाता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि इसका कारण पता लगाने के लिए अभी और सर्च किए जाने की आवश्यकता है।
232 मरीजों पर हुआ था शोध
नेचर जेनेटिक्स में पब्लिक रिसर्च के मुताबिक 232 मरीज किया गया था जो कभी धूम्रपान नहीं किए थे उनके फेफड़ों का कैंसर (LUNG CANCER) हुआ था। उनमें मात्र 28 फ़ीसदी मरीज सेकंड हैंड स्मोक के दायरे में आए थे बाकी अन्य 72 फ़ीसदी मरीज कैंसर के कौन से परेशान हूं इस बात का पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि मरीज में कैंसर प्राकृतिक रूप से विकसित कैसे हुआ।
सेकेंड हैण्ड स्मोक हो सकता है LUNG CANCER का कारण
इससे पहले एक और बात रिसर्च में सामने आई थी कि धूम्रपान न करने वालों में कैंसर की वजह सेकंड हैंड स्मोक और प्रदूषण हो सकता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर मारिया टेरेसा के मुताबिक इस रिसर्च के दौरान फेफड़ों का कैंसर के ऐसे नए प्रकार देखने को मिले हैं जो धूम्रपान न करने वाले लोगों में विकसित हुआ है। डॉक्टर मारिया बताती हैं कि उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में इस कैंसर को ठीक करने के लिए कोई नया ट्रीटमेंट तैयार किया जा सकता है।