Hydrophobic Cotton : हमें हमेशा खबर मिलती है किस समुद्र में तेल का रिसाव होने लगा है जिसकी वजह से समुद्री जीव को बड़ा नुकसान होता है। ऐसी खबरें हमेशा सामने आते रहते हैं। समुद्रों में तेलों के रिसाव की वजह से बहुत से समुद्री जीव के जीवन पर खतरा बन जाता है। समुद्रों में तेल के रिसाव की वजह से सिर्फ समुद्री जीव नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी बड़ा खतरा होता है।

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आईआईटी गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने एक नए प्रकार की रुई (Hydrophobic Cotton) तैयार की 

अब इस तेल के रिसाव को कंट्रोल करने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने एक नए प्रकार की रुई (Hydrophobic Cotton) तैयार की है। इस रुई (Hydrophobic Cotton) की मदद से तेल के रिसाव को रोका जा सकता है। वैज्ञानिकों ने जो रुई तैयार की है वह पानी नहीं बल्कि तेल को सोखती है। हमारे घर में जो रुई पाई जाती है वह पानी को सोखने में ज्यादा कारगर होती है। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक नई किस्म की रुई तैयार की है जो पानी को नहीं बल्कि तेल को सोखने में कारगर है।

Hydrophobic Cotton

जाने इस नई रुई की खासियत क्या है ?

यह रुई (Hydrophobic Cotton) जल प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण को सुरक्षित करने में असरदार हो सकती है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इसको तैयार करना आसान है और इसकी कीमत कम है। इसको रीसायकल भी कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह नयी प्रकार की रूई (Hydrophobic Cotton) हल्के और गाढ़े दोनों तरह के तेल को सोखने में असरदार है। रुई (Hydrophobic Cotton) की अन्य खूबी यह है कि इसका इस्तेमाल करके ट्रांसपोर्टेशन के दौरान नदियों और समुद्रों में होने वाले तेल के रिसाव को भी रोका जा सकता है।

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आईआईटी गुवाहाटी में केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. श्याम पी. विश्वास मुताबिक भारत जैसे देशों में पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन का सबसे बड़ा स्रोत है। एक जगह से दूसरी जगह पेट्रोलियम को ले जाते हैं तो इसका रिसाव होना आम बात हो जाता है। लेकिन इस नई प्रकार की रुई से तेलों के रिसाव को रोकना आसान हो जाएगा।

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आपको बता दें जब समुद्र में तेल का रिसाव होने लगता है तो बहुत सारे नुकसान होने लगते हैं, जिसमें से हम कुछ आपको बता रहे हैं जैसे –

1. समुद्री पक्षियों के पंखों पर तेल लगने से उड़ने में बेहद परेशानी होती है और इसके अलावा उनके स्क्रीन और आंखों में जलन होने लगती है।

2. जब तेल का रिसाव समुद्र में होने लगता है तो पानी में चिकनाई बढ़ जाती है। इसकी वजह से समुद्री पौधे और फूल फल बनने की प्रक्रिया प्रभावित होने लगती है तथा समुद्री जीवो के गलफड़े ठीक से काम नहीं कर पाते है।

3. तेल के रिसाव की वजह से समुद्र में प्रदूषण अधिक हो जाता है जिसकी वजह से वहां उपस्थित वनस्पति व जीव तेजी से मारने लग जाते हैं। जीव और वनस्पति इसलिए तेजी से मरते हैं क्योंकि समुद्र में तेल के रिसाव की वजह से ऑक्सीजन की मात्रा में कमी होने लगती है।

4. महासागरों में तेल के रिसाव की वजह से प्रदूषण होता है जिसकी वजह से समुद्री इकोसिस्टम तथा जैव विविधता पर भी गंभीर खतरा होने लगता है।

5. अगर समुद्र में तेल की मात्रा बढ़ जाए तो मोनोऑक्साइड जैसे गैस उत्सर्जित होकर वायुमंडल में आने लगती हैं जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ जाता है।

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