जैसे जैसे वैज्ञानिकों को तकीनीकी ज्ञान और उपकरण मिल रहे है उसके हिसाब से हर दिन नए – नए अध्ययन होते जा रहे है। हर दिन वैज्ञानिकों और खगोलविदों को ब्रह्माण्ड की नई – नई जानकारियां मिलती रहती है। इसी तरह अब खगोलवीडियों ने मिल्की वे के कही अहम रहस्यों को पता लगाया है। आज हम कुछ रहस्यों के बारे में जानकारी देंगे जिसमें प्रमुख उप गैलेक्सी से विलय की घटना की भी जानकारी देंगे।शोधकताओं के अध्ययन के दिए बयान के आधार पर पता चला की इन लोगों ने खगोलीय पद्धतियों का इस्तेमाल कर के सौ से ज्यादा तारों का अब तक सटीक उम्र का अनुमान लगाया है। शोधकर्ताओं ने अपने आकड़ो से बताया की क्या हुआ था जब मिल्की वे गैलेक्सी उसका चक्कर लगाने वाली उप गैलेक्सी से विलय हुआ था।


आइये जानते है कब हुआ था विलय।

10 अरब साल पहले गीगा एन्कलाडस नामक गैलेक्सी का विलय हुआ था। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर कॉस्मोलॉजी एन्ड एस्ट्रोपार्टिकल फिजिक्स में फेलो और इस पर अध्यन करने वाले सह लेखक फिओरेंजो निसेंजो का एक लेख नेचर जर्नल में छपा था जिसमें उन्होंने जानकारी दी है जो प्रमाण मुझे मिले है उसके हिसाब से मुझे यह लगता है की जब इसका विलय हुआ होगा तब मिल्की वे ने पहले ही बड़ी संख्या में तारों का निर्माण किया होगा।


इस पुरे अध्ययन की मुखिया और अगुआई करने वाली यूके की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ फिजिक्स एंड एस्ट्रोलॉजी की जोसेफिना मोटाल्बेम ने बताया की पहले हमें ये जानकारी थी कि मिली वे के इतिहास में गीगा ऐंसेलॉड्स का मुख्य हिस्सा होगा और हमारी गैलेक्सी को आकार देना भी इसी का काम होगा। तारो कि उम्र का अध्ययन करने में शोधकर्ताओं को पहली बार पता चला कि गीगा ऐंसेलॉड्स ववले तारों कि और मिली वे क्ले तारो कि उम्र लगभग रक बराबर है या मिल्की वे तारे थोड़ा युवा है। इन तारों के उम्र के बारे में अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं ने ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल किया था। शोधकर्ताओं ने बताया कि हम उम्र का पता लगाने के लिए धवनि तरंगो का इस्तेमाल करते है।

शोधकर्ताओं ने बताया हमने एस्ट्रोसीज्मोलोजी का उपयोग किया है। यह एक नया तरीका है जहा पर हम तारों के आंतरिक बनावट का अध्ययन करते है जिसके अंतर्गत हम तारों के स्पंदन और कम्पन के बारे अध्ययन करते है। ये ध्वनि से उत्पन स्पंदन तारों के अंदर से गुजरती है और इससे हम तारों के सही उम्र का सटीक अनुमान लगा लेते है।

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