अब घर बैठे ही इंसान अपने मुँह में मौजूद बैक्टीरिया का पता अपने मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल कर के लगा सकता है। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि स्मार्टफोन के कैमरे का इस्तेमाल कर मुंह के अंदर मौजूद वबैक्टीरिया को घर पर ही देखा जा सकता है। मुंह के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को मोबाइल फोन के कैमरे से तस्वीर भी ली जा सकती है।

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स्मार्टफ़ोन से पता करे बैक्टीरिया है या नहीं

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने मोबाइल कैमरे में बदलाव करके इसको एलइडी ब्लैक लाइट से जोड़ दिया है। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि इस कैमरे की मदद से इंसान की जुबान को स्कैन किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया स्कैन करने के दौरान दातों में मौजूद जीवाणु चमकते हुए दिखाई देंगे। वैज्ञानिकों ने दावा किया आज के जमाने में दुनिया भर के लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए हमने बैक्टीरिया की जांच करने के लिए ऐसा उपकरण तैयार किया जिससे लोगों के बजट में हो और आसानी से बैक्टीरिया का जांच घर पर ही हो सके।

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वैज्ञानिकों ने बताया कि इस उपकरण के सहयोग से इंसान सिर्फ इतना पता लगा सकते हैं कि उनके मुंह में बैक्टीरिया है या नहीं। शोधकर्ता डॉक्टर रुईकैंन्ग ने बताया इंसानों के सेहत पर स्किन और मुंह में मौजूद बैक्टीरिया ज्यादा असर डालते हैं। दांत और मुंह में मौजूद बैक्टीरिया घाव को भरने की रफ्तार को कम धीमा कर देते हैं।

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बैक्टीरिया

कैमरे कि जगह LED लाइट का हुआ इस्तेमाल

बैक्टीरिया की जांच के लिए 3D रिंग वाले मोबाइल में कैमरे को हटाकर एलइडी लाइट लगा दी गई है। शोधकर्ताओं ने बताया कि बैक्टीरिया एक खास तरह की तरंग निकालता है जो मोबाइल के कैमरे से पकड़ में नहीं आ पाता लेकिन ब्लैक एलईडी लाइट में उसको स्पष्ट तरीके से पता लगाया जा सकता है।

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पोरफायरीन कि वजह से पकड़ में आएगा बैक्टीरिया

एक शोधकर्ता डॉ किंगहुआ का कहना है की बैक्टीरिया एलईडी लाइट जलते ही एक खास तरह की मॉलिक्यूल पोरफायरीन निकालते हैं जो लाल चमकदार सिग्नल देने लगता है और स्मार्टफोन के कैमरे से इसको कैप्चर किया जा सकता है। डॉक्टर किंगहुआ ने बताया जब स्किन पर लगे घाव नहीं भरते हैं तब पोरफायरीन मॉलिक्यूल ज्यादातर स्क्रीन पर दिखाई देते हैं क्योंकि उस समय वहा पर कई सारे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं।

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