जैसा कि पूरा देश जानता है की बीते 2 मई 2021 को पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजे घोषित किए गए। चुनावी नतीजों के आने के बाद एक फिर ममता बनर्जी की सरकार बननी तय है। ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के तौर पर 5 मई को सपथ लेंगी।
बीजेपी के सभी बड़े फायर ब्रांड नेता पिछले कुछ महीने बंगाल में चुनावी रैलियों में बड़े – बड़े बयान बाजी करते नजर आए। बीजेपी और टीएमसी के नेता आरोपों का पहाड़ एक दूसरे के ऊपर फेकते नजर आए। हालाकि बीजेपी ने नारा दिया था इस बार 200 पार,मगर ये नारा बीजेपी के लिए उल्टा पड़ गया और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को 200 से ज्यादा सीटें प्राप्त हुई।
लेकिन जैसे ही चुनावी नतीजे घोषित हुए बंगाल से बेहद डरावनी तस्वीरें और वीडियो सामने आने लगे।
चुनाव से पहले बहुत से नेता टीएमसी पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए, जिसमें सबसे प्रमुख नाम सुवेंदु अधिकारी का है। बताते चलें की सुवेंदू अधिकारी कभी ममता बनर्जी के बेहद करीबी हुआ करते थे,मगर आपसी मतभेद के चलते वो टीएमसी का साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया था,जिसका असर चुनावी नतीजे आने के बाद उनकी गाड़ी पर हमले के रूप में देखने को मिला।इसी तरह की हिंसक खबरें पूरे बंगाल से देखने को मिल रही है। कहीं टीएमसी के गुंडों द्वारा बीजेपी पार्टी कार्यालयों में तोड़ फोड़ की खबरे आ रही है तो कहीं हिंसक आगजनी की। कुछ हिस्सों में महिलाओं के साथ बदसलूकी और छेड़खानी की हृदयविदारक तस्वीरें और वीडियो भी सामने आ रहे है।
बीजेेपी के नेताओं का आरोप है की ममता बनर्जी के पार्टी के लोग और टीएमसी के गुंडे बीजेपी नेता और कार्यकर्ता के ऊपर जानलेवा हमला कर रहे है। आरोप है की टीएमसी कार्यकर्ताओं के द्वारा बहुत सी महिलाओं और बेटियों की आबरू भी लूटने की कोशिश किया गया है। बीजेपी ने भी 5 मई को देशव्यापी प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
अब सवाल ये है क्या चुनावी रैलियों में जो बयानबाजी हुई उन बयानबाजी के वजह टीएमसी के लोग बीजेपी के लोगों पर हमला कर अपना बदला पूरा कर रहे है? अगर बदला लेने की भावना से हमले किए जा रहे है तो ये लोकतंत्र में कितना सही है ? ममता बनर्जी अब तक इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुई है। अब इंतजार है की ममता बनर्जी इन सभी घटनाओं पर क्या कार्यवाही करती है वो देखने वाली बात होगी। मगर एक बात जरूर है की इस जीत के साथ बंगाल अब बदलापुर की रणभूमि बन चुका है। अगर इसको जल्दी से जल्दी काबू नही किया तो आने वाले समय में परिस्थिति और भयावह हो सकती है। उम्मीद है बंगाल में जल्द सब कुछ समान्य होगा।
निलेश गोविन्द राव